भ्र्ष्टाचार और लापरवाही के आगोश में संस्थान
जिले की बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था को लेकर जयेश ने सौपा ज्ञापन
दीपमाला की मौत के वार्डन,बीइओ, एसई जिमेदार 10 लाख आर्थिक मदद दे–
आलीराजपुर— जिले की शिक्षा व्यवस्था में बढ़ती अवस्था और भ्रष्टाचार के चलते जयस ने कलेक्टर के नाम का ज्ञापन सौपा।
जयेस के जिला अध्यक्ष अरविंद कनेश ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन के संदर्भ में अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया आदिवासी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भारत एवं राज्य सरकार के द्वारा कई कल्याणकारी योजना संचालित की जा रही है जिसका संचालन शिक्षा विभाग समग्र सर्व शिक्षा अभियान एवं जनजाति विभाग के द्वारा संचालित की जाती हैं। उसके बाद भी जिले में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब होती जा रही है। विभाग की जिम्मेदार द्वारा बरती जा रही लापरवाही एवं भ्रष्टाचार के चलते आदिवासी छात्र परेशानी झेलने को मजबूर हो रहे हैं।
जयेश ने अपने ज्ञापन में कलेक्टर से मांग करते हुए कहां है कि शिक्षा विभाग के सभी छोटे एवं बड़े पदों पर प्रभारी अधिकारी के रूप में कर्मचारी काम कर रहे हैं जिसके साथ ही मूल पद के साथ इन अधिकारी कर्मचारी के पास अन्य दायित्व होने के चलते हुए पूरा ध्यान दे नहीं पाते हैं जिस अव्यवस्था बढ़ रही है।
ज्ञापन में जयस ने बड़ी मांग करते हुए कहां है कि उदयगढ़ में कक्षा पहली की छात्रा दीप माला की मौत जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते हुई है इसलिए इस प्रकरण में वार्डन,बीइओ और सहायक आयुक्त के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की है। साथ ही जिले की जनजातिया विभाग द्वारा संचालित सभी छात्रावासों आश्रमों के साथ अन्य इकाइयों की उच्च स्तरीय जांच दल बनाकर उसका निरीक्षण कर किया जाना चाहिए।
जयेस अरविंद कनेश और विक्रम सिंह बामनिया ने आरोप लगाते हुए बताया कि पिछले दिनों सोमवार एवं उमराली के एकलव्य आवासीय विद्यालय के छात्रों ने जिम्मेदारों के खिलाफ शिकायत की थी। ऐसी शिकायत लगातार आ रही है जिस पर त्वरित निराकरण करते हुए आदिवासी छात्रों को लगातार आती परेशानी को दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
नेताद्वय आरोप लगाते हुए कहां है कि इन विभागों में भ्रष्टाचार के चलते व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही हैं इस पर भी प्रशासन को लगाम लगाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
ज्ञापन सौपे जाने के दौरान जयस के जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।