जिले में फिर खेला–

राज्य शिक्षा केन्द्र का कलेक्टर को पत्र
जिले में फिर हुआ 1 मोबाइल से 52 का खेला
सोते जिम्मेदार,जुगाड़ दिखाते आपरेटर
आलीराजपुर—राकेश तंवर
जिले के शिक्षा विभाग में फिर से जुगाड़ के माध्यम से खेल होने की जानकारी सामने आई है। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते 2 कम्प्यूटर आपरेटरो द्वारा एक मोबाइल नंबर से एक से अधिक एजेंसी को भुगतान करने की जानकारी सामने आने के बाद मामले में राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल ने कलेक्टर के नाम लिखे गए पत्र में भुगतान के तरीकों पर संदेह व्यक्त करते हुए जांच करने के लिए कहा है।


जिले के शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों के लापरवाह रवैये के चलते आपरेटर जुगाड़ का खेल कर रहे है।
हालांकि कौन से प्राचार्य की लापरवाही से कितनी राशि किस एजेंसी को भुगतान की गई है, उसकी जानकारी जांच के बाद ही पता चलेगी। लेकिन शिक्षा केन्द्र ने जो मोबाईल नंबर दिए है, उसके अनुसार ऑपरेटर एक डीपीसी कार्यालय में तो दूसरा कट्ठीवाड़ा में पदस्त है ।


क्या है मामला—– शासन के निर्देशों के अनुसार प्रदेश के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में स्कूल बजट अनुदान राशि का प्रावधान किया गया है, जिसके अंतर्गत विद्यालय के हीत के विभिन्न कार्य को किया जाना होता है।उसके लिए विद्यालय में उपस्थित छात्रों की दर्ज संख्या अनुसार अनुदान दिया जाता है, लेकिन जिले के विभिन्न विद्यालयों में जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते कम्प्यूटर आपरेटर ने जुगाड़ लगा कर अपने मोबाईल नम्बर से 1 से अधिक एजेंसियों को भुगतान कर दिया।
मामला तब जानकारी में आया जब राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के पोर्टल पर जिले के दो मोबाइल नंबर से एक से अधिक एजेंसी को भुगतान होना पाया गया। इसके बाद संदिग्ध भुगतान को देखते हुए राज्य शिक्षा केंद्र से कलेक्टर आलीराजपुर को पत्र लिखते हुए प्रकरण की जांच कर 7 दिन में कार्यालय को जांच प्रतिवेदन देने के लिये कहा है।
मिली जानकारी अनुसार डीपीसी कार्यालय में पदस्त आउटसोर्स कर्मचारी दीपक धनगर ने जिले के माध्यमिक विद्यालयों के कार्यो के भुगतान के नाम पर अपने मोबाइल से 52 विभिन्न एजंसियों को भुगतान कर दिया।वही कट्ठीवाड़ा में पदस्त अरमानसिंह सिंगार ने अपने मोबाइल से लगभग 20 एजेंसियों को भुगतान कर दिया। जबकि इन दोनों को इस तरह भुगतान करने की पात्रता नही है।भोपाल से जारी हुए पत्र में बताए गए मोबाईल नंबर से आपरेटर के नाम का खुलासा हुआ।


जिम्मेदार बने लापरवाह—-जिले के शिक्षा विभाग की कट्ठीवाड़ा तहसील के बीईओ कार्यालय में भी लगभग 20 करोड रुपए के संदिग्ध भुगतान का प्रकरण पूरे प्रदेश में सुर्खिया बटोर चुका है।उसके बावजूद प्राचार्यो द्वारा की कई लापरवाही के चलते फिर जिले में संदिग्ध भुगतान की स्थिति बनी। हालांकि राज्य शिक्षा केंद्र के कलेक्टर के नाम लिखे पत्र के बाद कलेक्टर डॉक्टर अरविंद बेडेकर ने इस संबंध में जांच कमेटी बनाकर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं ।जांच के उपरांत ही सारी स्थिति साफ हो पाएगी के इन दो ऑपरेटर के द्वारा गया भुगतान नियम अनुसार हुआ है या नियम विरुद्ध हुआ है।
ये बोले जिम्मेदार––जानकारी मिली है ।कलेक्टर महोदय ने जांच दल बनाया है।जांच उपरांत ही सारी स्थिति साफ हो पाएगी ।हालांकि प्रारंभिक रूप से ये आपरेटर दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ कार्यवाही होगी।
अर्जुनसिंह सोलंकी जिला शिक्षा अधिकारी आलिराजपुर।

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