सरस्वती शिशु मंदिर सीबीएसई में हर्षोल्लास से मना जन्माष्टमी पर्व,बच्चो की रोचक प्रस्तुति से महका परिसर
अधर्म पर धर्म की जीत के सन्देश गीता उपदेश में—राठौड़
आलीराजपुर— अधर्म पर धर्म की जीत हेतु महाभारत में अर्जुन को युद्ध भूमि में ही गीता का उपदेश दिया गया जो आज भी सनातन संस्कृति में सार्थकता प्रदान करता है।उक्त विचार प्रतिक राठौर ने सरस्वती शिशु मंदिर सीबीएसई में मनाए गए जन्माष्टमी पर्व पर अतिथि के रूप में विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कहे।
इस दौरान राठौर ने कृष्ण की महिमा का बखान करते हुए विभिन्न दृष्टांतों का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण के योग दर्शन व गीता के उपदेशों अनुसार शाम,धाम,दंड भेद सभी नीति से धर्म की स्थापना की जा सकती है। वस्तुत यही नीति सनातन धर्म के यथार्थ को दिखाती हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यामिनी चेतन सोनी ने भगवान कृष्ण के जीवन के बाल रूप के प्रसंग का उल्लेख करते हुए उनके माध्यम से उनके उत्तम चरित्र को सीखने का प्रयास करना चाहिए।
इसके पूर्व अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम के शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम आरंभ होते ही विद्यालय के 40 नन्हे मुन्ने भैया बहनो ने भगवान कृष्ण के विभिन्न स्वरूपों का आकर्षक परिधानों एवम नृत्यशेली में मंचन किया गया, जिसके चलते पांडाल बच्चो की रोचक प्रस्तुति से महक गया। कार्यक्रम के अंत मे सभी भैया बहनों को अतिथियों द्वारा मैडल प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन मोनिका डावर दीदी ने और आभार निशा शिंदे दीदी ने व्यक्त किया।