भोपाल से आए पत्र के बाद शिक्षा महकमें में मची खलबली उदयगढ़ के भ्रष्टाचार का फूटा बम, 12 अधिकारी के खिलाफ होगी अब कार्रवाई

आलीराजपुर। देर आए दुरूस्त आए कहावत को चरितार्थ करते हुए आखिरकार आयुक्त आदिवासी विकास भोपाल के आदेष में उदयगढ़ के बीईओ कार्यालय में हुए वित्तिय अनियमतता में 12 अधिकारियों को दोषी पाया गया है। पत्र मिलने के बाद एक बार फिर से जिले के षिक्षा विभाग में खलबली मच गई है। हालांकि पिछले दिनों भी यह मामला अखबारों के माध्यम से गूंजा था। जिसमें एक लिपिक पर पूरे मामला दोषारोपण कर मामले को दबाने का प्रयास किया गया था परंतु भोपाल से आए पत्र के बाद मामला फिर से सुर्खियों में है। विडंबना यह है कि इन 12 अधिकारियों से कुछ सेवानिवृत्त हो चुके है और कुछ जिले के बाहर अपनी सेवा दे रहे है। 6 साल लगातार विभागिय वित्तिय अनियमितता होती रही और जिम्मेदार अंजान बनकर अपनी नियमित दिनचर्या में व्यस्त रहकर अनदेखी करते है। उल्लेखनिय है कि कलेक्टर की जांच रिपोर्ट में उदयगढ़ में पदस्थ बड़े अधिकारियों को क्लीनचीट देकर छोटे कर्मचारी लेखापाल ऋतुराज सोलंकी को दोषी मानते हुए उसके खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाया था।
क्या था मामला
उदयगढ विकासखंड के बीइओं कार्यालय में 2011 से 2017 तक के हुए वित्तिय अनियमितता को स्थानिय और जिले के जिम्मेदारो ने अंदेखा करते हुए 13 करोड 4 लाख 69 हजार रूपयें की हेराफेरी कर दी थी, लेकिन इतनी बड़ी अनियमितता उजागर होने के बाद एजी एमपी आॅडिट में चैकाने वाले तथ्य सामने आए और जिले के षिक्षा विभाग की बड़ी उजागर हुई। इस अनियमितता के प्रकरण में कई बडे और रसुकदार अधिकारी भी षामिल रहे,लेकिन अपनी जुगाड़ तंत्र से सारे जिम्मेदारों ने मिलकर एक अदने से लेखापाल ऋतुराज सोलंकी को मोहरा बनाते हुए उसे कटघरे में खडा करवा दिया। वस्तुतः इतनी बड़ी राषि की हेराफेरी एक लेखापाल बिना अधिकारियों की सहमति के नहीं कर सकता,लेकिन जिले की जांच रिपोर्ट में लेखापाल को ही मुख्य साज़िषकर्ता बता दिया। लेकिन देर आए दुरूस्त आए कहावत को चरितार्थ करते हुए आयुक्त आदिवासी विकास विभाग भोपाल के पत्र क्रमांक 20525/2020 के आदेष में जिले के 12 जिम्मेदारों को भी प्रथम दृष्टि में दोषी पाया गया है। इनके खिलाफ आयुक्त और उपायुक्त को एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है।
इनके खिलाफ होगी कार्रवाई
बीईओ आजादनगर डीएस सोलंकी तत्कालिन प्रभारी बीईओ तथा वर्तमान में उत्कृष्ट उमावि लेक्चरार बीपी पटेल, कन्या उमावि जोबट के सेवानिवृत्त प्राचार्य एन.एस रावत , उमावि नानपुर के सेवानिवृत्त प्राचार्य परमानदं धाकड़ तत्कालिन प्रभारी बीईओ तथा उमावि जोबट के लेक्चरार आर के एस तोमर , तत्तकालिन बीईओ एमएल परमार (वर्तमान बीईओ झिरन्या खरगोन) , तत्तकालिन बीईओ नवीन श्रीवास्तव (वर्तमान बीईओ जोबट), तत्कालिन बीईओ सुरजसिंह (वर्तमान में लेक्चरार बालक उमावि राजोद जिला धार ) , सेवानिवृत्त लेखापाल एस के भूरा , सेवानिवृत्त षिक्षक हेतराम राजपूत और आदिवासी विकास झाबुआ सहायक ग्रेड 2 मुकेशनिमा के खिलाफ एफआईआर के आदेश हुए है।

राकेश तंवर
मोबाइल नंबर 9685904696 

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